Buffering Now: Harnessing Technology for Sustainable Good: Lessons for Adolescent-focused Organizations The Covid-19 crisis has highlighted,...
कोविद-१९ संकट का भारत के किशोरों और युवाओं के लिए गंभीर परिणाम है, इसके लिए देश भर के युवाओं पर इस संकट के कारणवश परने वाले प्रभाव पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है । इसलिए, यह रिपोर्ट में देश भर के किशोरों और युवा-सेवारत गैर-लाभकारी संगठनों पर महामारी के प्रभावों पर प्रकाश डालता है । यह रिपोर्ट 10to19 कम्युनिटी ऑफ प्रैक्टिस के १११ संगठनों के एक ऑनलाइन सर्वेक्षण के जवाबों पर निर्धारित है, जो देश भर के ३० लाख से अधिक युवाओं के साथ काम करते हैं । यह रिपोर्ट लॉकडाउन के लागू होने के बाद उन विभिन्न परिणामों की जांच करता है जो किसी भी किशोरों या युवाओं एवं उनके लिए सेवारत संगठनों के बीच देखे गए हैं ।
रिपोर्ट के निष्कर्ष कुछ मुख्य विषयों पर हैं, जिसमें शिक्षा, मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव, घरेलु हिंसा, शीघ्र विवाह एवं प्रजनन और स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता के साथ-साथ अपर्याप्त भोजन और आजीविका की हानि शामिल है। यह रिपोर्ट नागरिक समाज संगठनों के लिए कुछ प्रमुख सुझाव भी रखता है जो की वे अपने कार्यक्रमों को कोविद-१९ के बाद के जीवन के "नए सामान्य" के अनुकूल बनाने में सहायक हैं ।